सोमवार, 23 जुलाई 2018




    (१)  विधि का अर्थ


गुरुदेवाय नमः                                                श्री हनुमते नमः                                     श्री रामचन्द्राय नमः

गुरुदेव के पावन चरणों में प्रणाम करते हुए आज मैं श्री राम चरित मानस के माध्यम से इस जीवन को जीने की कला के बारे में प्रकाश डालने का प्रयत्न करूँगा।  जीवन सभी जीते हैं , परन्तु इस जीवन को जीने की कला का ज्ञान होना आवश्यक है जिससे हम अपने जीवन को स्वर्णिम बना सके एवं निराशा  को दूर कर अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकें। 
मैं सबसे पहले श्री राम चरित मानस की चौपाई का वर्णन करना चाहूंगा। 
हानि लाभ जीवन मरण , यश अपयश विधि हाथ 
यहाँ विधि का अर्थ Procedure है , अर्थात हानि,लाभ, जीवन ,मरण ,यश ,अपयश हमारे कार्य करने की विधि पर निर्भर है , हमारी विधि सही है तो हमें उसका परिणाम भी अनुकूल ही प्राप्त होगा।  अतः किसी भी कार्य को करने के पूर्व हमें उसकी विधि का ज्ञान होना आवश्यक है। हर कार्य को करने की एक विधि है जिसके बारे में आगे अवगत कराने का प्रयत्न करूँगा। 
                                                            
                                                                                    जय राम जी की 

3 टिप्‍पणियां: