आज के सामाजिक परिवेश में हमें इस प्रकार के व्यक्ति बहुतायत मिलते हैं, जो केवल निज स्वार्थ पूर्ती के लिए ही मित्रता करते हैं। वे कपटी व्यक्ति सदैव मित्रता निभाने की सौगंध लेते हैं, एवं मित्र होने का दिखावा करते हैं। ऐसे व्यक्तियों का स्वाभिमान नहीं होता, उन्हें समाज का भय नहीं होता। ऐसे व्यक्ति अवसर पाकर आपको हानि पहुंचा सकते हैं। अतः इस प्रकार के व्यक्तियों को पहचान कर उनसे बचना चाहिए इसी में बुुद्धिमानी है ।
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